हर दर्द से जीत के दिखाऊंगा
दर्द है और गम है। आंखे भी मेरी नम है। लेकिन ये उम्मीद है में विश्वास है। मैं फिर मुस्काराऊंगा हर से मैं जीत के दिखाऊगा तूफान दुःखों का आता है जिन्दगी को विखेर के जाता है। लेकिन मैं फिर से नयी दुनिा बनाउंगा न राह दिखतीन मंजिल मझधर में है नईया दिखत नहीं है साया लेकिन में नया रास्ता बनाउंगा मिली जिन्दगी में हार है। दिल टूटा बार-बार है। फिर उठूंगा फिर लडूगा पहचान अपनी नाउंगा साथ दोस्तो ने छोडा है मुंह अपनो ने भी मांडा है। गम नहीं है मुझे में प्यार लुटाना जाउंगा खुषियों की चाहत में जिन्दगी को खो दिया फिर चलूंगा फिर जियूंगा नई जिन्दगी बसाउंगा म्ें हर दर्द से मैं जीत के दिखाउंगा