अब मैं परवाह नही करताकिसी से कुछ पाने की में अब कोई चाह नही रखता , रूठे या मान जाये कोई में अब परवाह नही करता लोग क्या कहेगे है। इस सोच ने मुझे खुद के लिए कुछ करने न दिया करे तारीफे या बुराईया लाखो लेकिन अब मे कुछ सुना नही करता ख्वायसे खुद की भुला के खुशियाँ सबकी चाही सदा बदले में आंसु दर्द वे इन्तहा मिला लेकिन अब खुश रहता हूं। हंस लेता हूं। कोई गिला सिकचवा नहीं करता, प्यार भी दिल से किया हर वायदा पूरा किया बदले मं धोखा मिला और दर्द ही मुझको मिला किसी के झूठे वायदो में अब ऐतवार नहीं करता दूरी न हो जाये न जाय कोई इस डर से में हमेशा ही डरता रहा जाने वाले जाते रहे आने वाल आते रहे किसी के आने जाने से ब में नहीं डरता यादों में डूब जाने की एक ादत सह भी मेरी प्यार मं कुछ भी कर जाने की चाहत सी थी मेरी लेकिन सच्चे प्यार की कदर कोई नहीं करता।किसी से कुछ पाने की में अब कोई चाहत नहीं करता रूठे या मान जाये कोई अब में परवाह नहीं करता।जिन्दगी की सच्चाईमुफ्त में सिर्फ मां-बाप का प्यार मिलता है इसके बाद दुनिया में हर रिश्ते के लिए कुछ न कुछ चुकाना पडता है। गैर थे कौन अपने थे कौन हम ये समझ न पाये हमने देखा दिधर भीचेहरे बदले से नजरी आये इंसार की समघ् ब्स इतरी है उसे जानवर कहो तो नाराज हो जा4ता है औरर शेर कहा तो खुष हो जाता है। हार के डर से बेहतर है जीत की कोशिशों में मर जाना बेइजती का जबाब इतनी इज्जत के साथ दीजिए कि सामने वाला भी शर्मिंदा हो जोय हमारी आंख वही लोग खोलते हैं जिस पर हम आंख बन् करके भरोसा करते है। ख्वाइस भले ही छोटी हो उसे पूरा करीने के लिए दिल जिददी होना चाहिए जो चीज आपको चैलेंज करती है वही आपको चैंज कर सकती है। मेरे अपनो ने धक्का मारा मुझे डुबौने के लिए फाययदा ये हुआ कि मैं तैरीात सीख गया हर ठहरा हुआ लम्हा भी मुस्कारायेगा सब्र रख ये ोस्त वक्त अपना भी आयेगा अजीब षब्द है सौरी इंसार कहे झगडा खत्म और डाॅक्टर कहे इंसार खत्म इंसान खुद की गलती पर अच्छा वकील बन जाता है और दूसरों की गलती पर सोचा जज केसे नादान है हम दुःख आता है तो अठक जाते है और सुख आता है तो भटक जाते हैं मुझे अकेले चलने में बडा माना आता है न कोई आगे चलता है और न कोई पीछे चलता है खुदा महंगी घडी सबको दे लेकिन मुश्किल घडी किसी केा न दे उसके साथ रहो जिसकी तबियत खराब को उसके साथ कभी मत रहो जिसकी नियत खराब हो।जिसकी कामयाबी नहीं रीोकी जा सती उनी बदनामी शुरू की जाती है। अगर काई आपसे मांगे तो दे दिया करो शुक्र करो ऊपर बाले ने आपको देने वालो में रखा है मांगले वालो में नहीं अपप जितना कम बोलोगे लोग उतना ज्यादा सुनेगे आपका जो तुम्हें सच में चाहेगा वो तुमसे कुछ नहीं चाहेगा वक्त अच्छा जरूर आता है लेकिन वक्त पर ही आजात है। माना दुनिया बुरी है सब जगह धोखा है किन्तु हम तो अच्छा बने हमें किसने रोका ह। आपके कर्म की आपकी पहचान है बरना एक नाम के हजारों इंसार है। वक्त ने फसाया ै लेकिन परेशान नहीं हूं मे हालातों से हार जाऊ वो इंसार नहीं हूं मै संसार में केवल मनुष्य ही एक मा’ ऐसा प्राणी है जिसका जहर उसके दांतो में नहीं बातों में है लोग आपके बारे मं क्या सोचते हैं यदि यह भी आप सोचेगे तो लोग क्या सोचेगें।सच्चाई का जमाना नहीं रहाझूठा प्यार झूठी बातें झूठ के सिवा कुछ जाना नहीं है क्योंकि लोग कहते हैं साहब सच्चाई का जमाना नहीं है। हर बात में तेरी मेरी हर काम मं फेरा फेरी ईमानदारी से किसी को कमाना नहीं है। क्योंकि लोग कहते हैं साहब यहां प्यार बाजार में बिकता है। दिल का दिलदार न दिखता है। सच्चे प्यार का मतलब किसी से जाना नहीं है। क्योकि कस्में बादे किसी को निभाना नहीं है क्योंकि झूठी हंसी घ्ूठी मुस्कान झूठे आंसू भी बहाये जाने है सच्चाई को चेहरे पे किसी को लाना नहीं है क्योंकि तब दर्द बहुत ही होता है दिल बारःबार रोता है। धोखा हमको को भी मिलता है तब लोग हमसे कहते क्योंकि सच्चाई को किसी जाना नहीं है। सच ही जीतता है हमेषा इस बात को हमने क्यों मानानहीं है। जहां सच हैवहां प्यार है जहां स?च है वहां ऐतवार है सच ही मन्दिर सच ही भगवार सव की ताकत को हमने अभी जाना नहीं है। अब बदलोगे इस सोच को तुम की आजकल सच्चाई का जमाना नहीं है।हर दर्द से जीत के दिखाऊंगादर्द है और गम है। आंखे भी मेरी नम है। लेकिन ये उम्मीद है में विश्वास है। मैं फिर मुस्काराऊंगा हर से मैं जीत के दिखाऊगा तूफान दुःखों का आता है जिन्दगी को विखेर के जाता है। लेकिन मैं फिर से नयी दुनिा बनाउंगा न राह दिखतीन मंजिल मझधर में है नईया दिखत नहीं है साया लेकिन में नया रास्ता बनाउंगा मिली जिन्दगी में हार है। दिल टूटा बार-बार है। फिर उठूंगा फिर लडूगा पहचान अपनी नाउंगा साथ दोस्तो ने छोडा है मुंह अपनो ने भी मांडा है। गम नहीं है मुझे में प्यार लुटाना जाउंगा खुषियों की चाहत में जिन्दगी को खो दिया फिर चलूंगा फिर जियूंगा नई जिन्दगी बसाउंगा म्ें हर दर्द से मैं जीत के दिखाउंगामन की शांतिसुकून के पीछे भागते सुख पीछे भगते सारी जिन्दगी निकल जाती है। पर सुकून कही मिलता नहीं शान्ति की तलाषा में में निकलते है पर और भी षांन्ति से हमारा मन और हमारा जीवन घिर जाता है। क्या कारण है जो हमारा मन इतना अशांत हो गया सबसे पहली बात यह है कि हम भीतर से बहुत कमजोर है हर बात हम पर बहुत असर डालती है। थोडी सी खुषी आ जाये थेडा सा गम आ जाए हमारे विचार इतने पावरफुल नहीं भीतर से आत्मा की शक्ति हमरने लजाग्रत नहीं की है इस बात के ीाी कहीं कारण है। एक तो हमारा भय जो हम हर बात में डरते हे। कि कुछ गलत न हो जाये सबकुछ अच्छा पर जब तक हम कुछ करेगे नही ंतो पहले से हम नहीं जान सकते कि क्या होने वाला है। कुछ करेंगे अचदा हुा तो कुछ अच्दा अनुीाव प्राप्त होगा सफलता प्राप्त होगी यदि हम असफल भी हुये तो भी सीख्खने को मिलेगा और हम नये भागों की तलाष करेग जो भय के मारे कुछ करता ही नहीं उसकी तो मा़़त्रा शुरू नहीं हुई इस आदम को बदल और जीवन में अगे कदम बढाये अपवने भव्ष्यि के लिए चुनौतियों से गुजर कर ही इंसार महान बननता है। तो सबसे पहले डर ेक आगे हारना छोड थे।भीतर से खुद को पवरफुल बनाने के लिए ऐसी बाते सुने ऐसी बात पढे ऐसी चीजे देखे जो हमं शक्ति दे जो विचार जो दृश्य जो बातें हमे भीतर से चोट पहुचाये कमजोर करे ऐसी बातों से खुद को बचायें जितना हो सके व्यर्थ की जानकारी जमा न करें।ज्ीवन को एक नया लक्ष्य दे। और कहंा क्या हो रहा है। किसी घर में किसके भक्तिगत जीवन में इनसे बचे ऐसे बहुत से विषय जिनसे दूर-दूर तक हमारे जीवन का ोई लेना देना नहीं उनसे खुद को बचाये औश्र अच्दे सुख बिचारो को पढे सुने उससे हमारे विचारे में शक्ति आयेगी।टाप नियमित 15 मिनट धन करे क्योंकि ध्यान हमें आम्ता की शक्ति देता है। हमारी आत्मा को पावरफुल बनाता है। हमें अपने विचारों पर कन्ट्रोल करने की षक्ति मिलती है नही ंतो इस समय में लोग किसी विचार मे उलझ जाते है। तो वहीं विचार बार बार चलता ही रहता है। चाह के भी उस विचार से खुद को छुडा नहीं पाते क्योंकि भीतर से हम इतने मजबूत ही नहीं है। रूकता ही नहीं वो विचार ध्यान से हमारे सोचने और समघ्ने की षक्ति का विकास होता है। आर हम हर परिस्थिति को बहतर समझ पाते हैं और जिससे हम जीवन की हर परिस्थितियों में बेहतर फैसल कर पायेगें ध्यान करने हमारे विचार पवित्र होने लगते है। जिससे मारे भीतर जो भी निगेटिव विचार जो हमारे भीतर धंस गये ै। वो सब बाहर निकल जो है। ध्यान स हम खद को प्रसनन एवं स्वस्थ अनुभव करते है। ध्यान का संबंध सिर्फ परमात्मा से नहीं ध्यान का संबंध हमारे मन और हमारे जीवन व षरीर से भी ै। ये सब रके हम भीतर से खद को परवरफुल और मजबूत बना सकते है।
अब मैं परवाह नही करता
किसी से कुछ पाने की में अब कोई चाह नही रखता , रूठे या मान जाये कोई में अब परवाह नही करता लोग क्या कहेगे है। इस सोच ने मुझे खुद के लिए कुछ करने न दिया करे तारीफे या बुराईया लाखो लेकिन अब मे कुछ सुना नही करता ख्वायसे खुद की भुला के खुशियाँ सबकी चाही सदा बदले में आंसु दर्द वे इन्तहा मिला लेकिन अब खुश रहता हूं। हंस लेता हूं। कोई गिला सिकचवा नहीं करता, प्यार भी दिल से किया हर वायदा पूरा किया बदले मं धोखा मिला और दर्द ही मुझको मिला किसी के झूठे वायदो में अब ऐतवार नहीं करता दूरी न हो जाये न जाय कोई इस डर से में हमेशा ही डरता रहा जाने वाले जाते रहे आने वाल आते रहे किसी के आने जाने से ब में नहीं डरता यादों में डूब जाने की एक ादत सह भी मेरी प्यार मं कुछ भी कर जाने की चाहत सी थी मेरी लेकिन सच्चे प्यार की कदर कोई नहीं करता।
किसी से कुछ पाने की में अब कोई चाहत नहीं करता रूठे या मान जाये कोई अब में परवाह नहीं करता।
जिन्दगी की सच्चाई
मुफ्त में सिर्फ मां-बाप का प्यार मिलता है इसके बाद दुनिया में हर रिश्ते के लिए कुछ न कुछ चुकाना पडता है। गैर थे कौन अपने थे कौन हम ये समझ न पाये हमने देखा दिधर भीचेहरे बदले से नजरी आये इंसार की समघ् ब्स इतरी है उसे जानवर कहो तो नाराज हो जा4ता है औरर शेर कहा तो खुष हो जाता है। हार के डर से बेहतर है जीत की कोशिशों में मर जाना बेइजती का जबाब इतनी इज्जत के साथ दीजिए कि सामने वाला भी शर्मिंदा हो जोय हमारी आंख वही लोग खोलते हैं जिस पर हम आंख बन् करके भरोसा करते है। ख्वाइस भले ही छोटी हो उसे पूरा करीने के लिए दिल जिददी होना चाहिए जो चीज आपको चैलेंज करती है वही आपको चैंज कर सकती है। मेरे अपनो ने धक्का मारा मुझे डुबौने के लिए फाययदा ये हुआ कि मैं तैरीात सीख गया हर ठहरा हुआ लम्हा भी मुस्कारायेगा सब्र रख ये ोस्त वक्त अपना भी आयेगा अजीब षब्द है सौरी इंसार कहे झगडा खत्म और डाॅक्टर कहे इंसार खत्म इंसान खुद की गलती पर अच्छा वकील बन जाता है और दूसरों की गलती पर सोचा जज केसे नादान है हम दुःख आता है तो अठक जाते है और सुख आता है तो भटक जाते हैं मुझे अकेले चलने में बडा माना आता है न कोई आगे चलता है और न कोई पीछे चलता है खुदा महंगी घडी सबको दे लेकिन मुश्किल घडी किसी केा न दे उसके साथ रहो जिसकी तबियत खराब को उसके साथ कभी मत रहो जिसकी नियत खराब हो।
जिसकी कामयाबी नहीं रीोकी जा सती उनी बदनामी शुरू की जाती है। अगर काई आपसे मांगे तो दे दिया करो शुक्र करो ऊपर बाले ने आपको देने वालो में रखा है मांगले वालो में नहीं अपप जितना कम बोलोगे लोग उतना ज्यादा सुनेगे आपका जो तुम्हें सच में चाहेगा वो तुमसे कुछ नहीं चाहेगा वक्त अच्छा जरूर आता है लेकिन वक्त पर ही आजात है। माना दुनिया बुरी है सब जगह धोखा है किन्तु हम तो अच्छा बने हमें किसने रोका ह। आपके कर्म की आपकी पहचान है बरना एक नाम के हजारों इंसार है। वक्त ने फसाया ै लेकिन परेशान नहीं हूं मे हालातों से हार जाऊ वो इंसार नहीं हूं मै संसार में केवल मनुष्य ही एक मा’ ऐसा प्राणी है जिसका जहर उसके दांतो में नहीं बातों में है लोग आपके बारे मं क्या सोचते हैं यदि यह भी आप सोचेगे तो लोग क्या सोचेगें।
सच्चाई का जमाना नहीं रहा
झूठा प्यार झूठी बातें झूठ के सिवा कुछ जाना नहीं है क्योंकि लोग कहते हैं साहब सच्चाई का जमाना नहीं है। हर बात में तेरी मेरी हर काम मं फेरा फेरी ईमानदारी से किसी को कमाना नहीं है। क्योंकि लोग कहते हैं साहब यहां प्यार बाजार में बिकता है। दिल का दिलदार न दिखता है। सच्चे प्यार का मतलब किसी से जाना नहीं है। क्योकि कस्में बादे किसी को निभाना नहीं है क्योंकि झूठी हंसी घ्ूठी मुस्कान झूठे आंसू भी बहाये जाने है सच्चाई को चेहरे पे किसी को लाना नहीं है क्योंकि तब दर्द बहुत ही होता है दिल बारःबार रोता है। धोखा हमको को भी मिलता है तब लोग हमसे कहते क्योंकि सच्चाई को किसी जाना नहीं है। सच ही जीतता है हमेषा इस बात को हमने क्यों मानानहीं है। जहां सच हैवहां प्यार है जहां स?च है वहां ऐतवार है सच ही मन्दिर सच ही भगवार सव की ताकत को हमने अभी जाना नहीं है। अब बदलोगे इस सोच को तुम की आजकल सच्चाई का जमाना नहीं है।
हर दर्द से जीत के दिखाऊंगा
दर्द है और गम है। आंखे भी मेरी नम है। लेकिन ये उम्मीद है में विश्वास है। मैं फिर मुस्काराऊंगा हर से मैं जीत के दिखाऊगा तूफान दुःखों का आता है जिन्दगी को विखेर के जाता है। लेकिन मैं फिर से नयी दुनिा बनाउंगा न राह दिखतीन मंजिल मझधर में है नईया दिखत नहीं है साया लेकिन में नया रास्ता बनाउंगा मिली जिन्दगी में हार है। दिल टूटा बार-बार है। फिर उठूंगा फिर लडूगा पहचान अपनी नाउंगा साथ दोस्तो ने छोडा है मुंह अपनो ने भी मांडा है। गम नहीं है मुझे में प्यार लुटाना जाउंगा खुषियों की चाहत में जिन्दगी को खो दिया फिर चलूंगा फिर जियूंगा नई जिन्दगी बसाउंगा म्ें हर दर्द से मैं जीत के दिखाउंगा
मन की शांति
सुकून के पीछे भागते सुख पीछे भगते सारी जिन्दगी निकल जाती है। पर सुकून कही मिलता नहीं शान्ति की तलाषा में में निकलते है पर और भी षांन्ति से हमारा मन और हमारा जीवन घिर जाता है। क्या कारण है जो हमारा मन इतना अशांत हो गया सबसे पहली बात यह है कि हम भीतर से बहुत कमजोर है हर बात हम पर बहुत असर डालती है। थोडी सी खुषी आ जाये थेडा सा गम आ जाए हमारे विचार इतने पावरफुल नहीं भीतर से आत्मा की शक्ति हमरने लजाग्रत नहीं की है इस बात के ीाी कहीं कारण है। एक तो हमारा भय जो हम हर बात में डरते हे। कि कुछ गलत न हो जाये सबकुछ अच्छा पर जब तक हम कुछ करेगे नही ंतो पहले से हम नहीं जान सकते कि क्या होने वाला है। कुछ करेंगे अचदा हुा तो कुछ अच्दा अनुीाव प्राप्त होगा सफलता प्राप्त होगी यदि हम असफल भी हुये तो भी सीख्खने को मिलेगा और हम नये भागों की तलाष करेग जो भय के मारे कुछ करता ही नहीं उसकी तो मा़़त्रा शुरू नहीं हुई इस आदम को बदल और जीवन में अगे कदम बढाये अपवने भव्ष्यि के लिए चुनौतियों से गुजर कर ही इंसार महान बननता है। तो सबसे पहले डर ेक आगे हारना छोड थे।
भीतर से खुद को पवरफुल बनाने के लिए ऐसी बाते सुने ऐसी बात पढे ऐसी चीजे देखे जो हमं शक्ति दे जो विचार जो दृश्य जो बातें हमे भीतर से चोट पहुचाये कमजोर करे ऐसी बातों से खुद को बचायें जितना हो सके व्यर्थ की जानकारी जमा न करें।
ज्ीवन को एक नया लक्ष्य दे। और कहंा क्या हो रहा है। किसी घर में किसके भक्तिगत जीवन में इनसे बचे ऐसे बहुत से विषय जिनसे दूर-दूर तक हमारे जीवन का ोई लेना देना नहीं उनसे खुद को बचाये औश्र अच्दे सुख बिचारो को पढे सुने उससे हमारे विचारे में शक्ति आयेगी।
टाप नियमित 15 मिनट धन करे क्योंकि ध्यान हमें आम्ता की शक्ति देता है। हमारी आत्मा को पावरफुल बनाता है। हमें अपने विचारों पर कन्ट्रोल करने की षक्ति मिलती है नही ंतो इस समय में लोग किसी विचार मे उलझ जाते है। तो वहीं विचार बार बार चलता ही रहता है। चाह के भी उस विचार से खुद को छुडा नहीं पाते क्योंकि भीतर से हम इतने मजबूत ही नहीं है। रूकता ही नहीं वो विचार ध्यान से हमारे सोचने और समघ्ने की षक्ति का विकास होता है। आर हम हर परिस्थिति को बहतर समझ पाते हैं और जिससे हम जीवन की हर परिस्थितियों में बेहतर फैसल कर पायेगें ध्यान करने हमारे विचार पवित्र होने लगते है। जिससे मारे भीतर जो भी निगेटिव विचार जो हमारे भीतर धंस गये ै। वो सब बाहर निकल जो है। ध्यान स हम खद को प्रसनन एवं स्वस्थ अनुभव करते है। ध्यान का संबंध सिर्फ परमात्मा से नहीं ध्यान का संबंध हमारे मन और हमारे जीवन व षरीर से भी ै। ये सब रके हम भीतर से खद को परवरफुल और मजबूत बना सकते है।